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Showing posts from May, 2021

किसै न बदै आपि अहंकारी , धरम राइ तिसु करे खुआरी

रामदेव  के बयान (२७ मई अंक )आईएमए ने जताया विरोध- सम्पादकीय में अभिव्यक्त विचार मंथन एवं विरोध से हम भारत धर्मी समाज के लोग सहमत हैं। आहत हैं आलमी स्वास्थ्य आपात काल के इस कोरोना आपद काल में जबकि तमाम चिकित्सा पद्धतियों को एक जूट हो इस आलमी महामारी का मुकाबला करना था ,रामदेव जी के गैर -ज़रूरी आपत्ति जनक परपीड़क बयानातों से हम बुरी तरह आहत हैं। हमारी संवेदनाएं अहर्निस परिवार से अपनों से एक मुद्द्त से  दूर  हुए , दमघोंटू परसनल किट ओढ़े उन कोरोना यौद्धाओं के संग हैं जो लोगों को बचाते -बचाते चल बसे।  अब जबकि आयुष मंत्रालय भी है परम्परागत चिकित्साओं को हर ओर से बढ़ावा भी दिया जा रहा है। यह बेहद दुर्भाग्य पूर्ण हैं रामदेव जी अपनी गलती क़ुबूल नहीं कर रहे हैं ,मामले को तूल दे रहे हैं। जबकि आज अवसाद और खिन्नता के इस दौर में समेकित चिकित्सा ,तन -मन की सम्प्पूर्ण चिकित्सा की दरकार है। एलोपैथी -आयुर्वेद के परस्पर संवर्धन के लिए सहजीवन की महती आवश्यकता है। शत्रु मामूली नहीं है बहरूपिया सार्स -कोव -२ अनेकांश रूप बदल अपने अस्तित्व को बनाये रखने कायम रखने में पैंतरे बदल रहा है रामदेव जी को ज़िद छोड़ सहयोग के

ॐ सच्चिदानंद परब्रह्मा ,पुरुषोत्तमा परमात्मा , श्रीभगवती समेत ,श्री -भगवते नम : हरी ॐ तत् सत् हरी ॐ तत् सत् हरी ॐ तत् सत्

  The Power Of The Moola Mantra (The Oneness ) मूल मंत्र की शक्ति (एकत्व ) https://www.youtube.com/watch?v=9ebpgVj3Wtg The Power Of The Moola Mantra (The Oneness ) मूल मंत्र की शक्ति (एकत्व ) Whenever you chant the Moolamantra even without knowing the meaning of it ,that itself carries power .But when you know the meaning and chant with that feeling in your heart then the energy will flow million times more powerful . जब भी आप मूल मंत्र का जाप करते हैं भले आपको इसका अर्थ- बोध (पता) न हो ,तब भी यह शक्ति लिए रहता है। शक्ति दायक होता है। और यदि मतलब भी इसका पता हो और हृदय उस भाव की अनुभूति और एहसास लिए हो तब ऊर्जा का यह परवाह दस लाख गुना हो जाता है। The Mantra is like calling a name .Just like when you call a person he comes and makes you feel his presence ,the same manner when you chant this Mantra ,the supreme energy manifests everywhere around you . यह किसी को नाम से बुलाने ,नाम बोलकर आवाहन करने के समान है। जैसे किसी व्यक्ति को पुकारने पर वह आ जाए और अपनी मौजूदगी का कराए ,ऐसे ही जब आप

ॐ सच्चिदानंद परब्रह्मा ,पुरुषोत्तमा परमात्मा , श्रीभगवती समेत ,श्री -भगवते नम : हरी ॐ तत् सत् हरी ॐ तत् सत् हरी ॐ तत् सत्

https://www.youtube.com/watch?v=T4CLazqxslc ॐ सच्चिदानंद परब्रह्मा ,पुरुषोत्तमा परमात्मा , श्रीभगवती समेत ,श्री -भगवते नम : हरी ॐ तत् सत्   हरी ॐ तत् सत्   हरी ॐ तत् सत्